जब तेरे दिल में झांक लेंगे हम अपनी मुहब्बत को आंक लेंगे हम दर्द की भूख को मिटाने के लिए तेरे खयालों को फांक लेंगे हम इन अंधेरों में तुझे देखने की खातिर कोई दीया आंखों में टांक लेंगे हम हर तरफ तेरी ही राह मिलते जाएंगे चाहे जिधर खुद को हांक लेंगे हम