जब कभी गम की रात आएगी मेरी जां तेरी याद आएगी खुल ही जाएंगे लबों के ताले तेरी चाबी जो हाथ आएगी दिल का शीशा इंतजार में है कोई पत्थर कब टकराएगी मेरी आंखों से दूर मत जाना फिर ये बरसात हो जाएगी