जिंदगी दिल के राज तभी खोलती है जब किसी हुस्न की निगाह बोलती है एक पल के लिए वो खयालों में आए तो मन में सदियों का दर्द घोलती है पलकों के उठने और गिरने के दरम्यां आशिक की आंखों में उसकी सूरत डोलती है कभी पास आके तो कभी दूर जाके दो पलड़ों में उल्फत का वजन तोलती है