तुझे देखकर सारी थकान भूलते हैं मन के सभी परिंदे उड़ान भूलते हैं तुम आए तो एक समंदर भी ठहरा लहरों की जवानी तूफान भूलते हैं मुहब्बत की इस हसीं दिलकशी में दीवाने तो आखिरी अंजाम भूलते हैं ज़हन में इस तरह बसा अक्स तेरा आईना देख अब अपना नाम भूलते हैं