गेट टावर बिल्ड़िंग - जिसके बीच में से गुजरता है एक्सप्रेस हाईवे
जापान के ओसाका में स्थित गेट टावर
बिल्ड़िंग किसी साइंस फिक्शन मूवी कि बिल्डिंग का सा आभास देती है। यह
विशव कि एक मात्र बिल्डिंग है जिसके बीच में से एक्सप्रेस हाईवे गुजरता है
और ऊपर व नीचे लोग रहते है।
ओसाका के फुकुशिमा-कू स्थित यह 16 मंजिला बिल्डिंग 236 फीट ऊची है। इसके पांचवे, छठवे और सातवे माले के बीच से हैंशिन एक्सप्रेसवे सिस्टम नामक हाईवे गुजरता है। । जगह के इस्तेमाल के कारण प्रशासन बिल्डिंग के मालिक को इन तीन मंजिलों का किराया चुकाता है।
ओसाका के फुकुशिमा-कू स्थित यह 16 मंजिला बिल्डिंग 236 फीट ऊची है। इसके पांचवे, छठवे और सातवे माले के बीच से हैंशिन एक्सप्रेसवे सिस्टम नामक हाईवे गुजरता है। । जगह के इस्तेमाल के कारण प्रशासन बिल्डिंग के मालिक को इन तीन मंजिलों का किराया चुकाता है।
इस बिल्डिंग को डिजाइन किया
है अजूसा सेकेई और यमातो निशिहारा ने। इस गोलाकार बिल्डिंग में डबल कोर कंस्ट्रक्शन
किया गया है। बिल्डिंग की लिफ्ट हाईवे के तीन मालों पर नहीं रुकती है।
हाईवे बिल्डिंग से सटा हुआ
नहीं है इसके नीचे बना ब्रिज हाईवे को सहारा देता है। हाइवे के आस-पास एक खास स्ट्रक्चर
बनाया गया है जो गाड़ियों के शोर और वाइब्रेशन को बिल्डिंग में जाने से रोकता है।
इस बिल्डिंग
की छत पर एक हैलीपेड भी बना है।
निर्माण कि कहानी
इस बिल्डिंग के निर्माण कि कहानी भी काफी दिलचस्प है। 1992 में बनकर तैयार हुई इस
बिल्डिंग का नक्शा 198२ में तैयार किया गया था। मगर इसके परमिट को रोक दिया गया था।
कारण कि यहां पहले ही हाईवे
निर्माण की योजना बन चुकी थी। मगर बिल्डिंग के प्रॉपर्टी राइट्स होल्डर ने हार नहीं
मानी। पांच साल तक एक्सप्रेसवे कॉपरेरेशन के साथ उनका विवाद चलता रहा।
इसके
बाद 1989 में सिटी प्लानिंग और हाईवे कानूनों में कुछ बदलाव लाए गए और इस बिल्डिंग
को बनाने की अनुमति मिल गई।
यह बिल्डिंग जापानी इंजीनियरिंग का एक बेहतरीन नमूना है
तथा जापान का एक प्रमुख टूरिस्ट अट्रैक्शन भी है।