एक लघु प्रेम कथा, शरारती नटखट रोमांटिक सा..
वो लड़का हर शाम को प्रेम सिनेमा हाल जाता था .....अगर किसी दिन न जा पाए तो
उस दिन उसे दिन अधूरा सा लगता .....वजह फिल्म देखना नही होता था ....उस
सिनेमा हाल के सामने एक चूड़ियों की दुकान थी जिसमे एक बेहद खूबसूरत लड़की
चूड़ियाँ बेचती .....लड़का हर शाम फिल्म के बहाने उसे भी नजर भर देख लेता
....लड़का अभी मोहब्बत के पहले पायदान पर था ....अब इश्क अपने साथ उतावलापन
लेकर आता ही है ...तो लड़के ने एक दिन सोचा कि वो किसी तरह लडकी से बात करें
......लडके ने फैसला किया कि वो चूड़ी खरीदने जायेगा और मौका देख कर प्यार का इज़हार करेगा ...

आगे लडकी ने कहा -कल से दोनों चलेंगे साथ फिल्म देखने .......