हमारे यहां प्रेम के रंग को सिनेमाई पर्दे पर उकेरकर कई कहानियां गढ़ी गयी
हैं जो प्यार के मायने को दर्शाती हैं, और इन फिल्मों के गीतों से हम अपनी
भावनाओं को जुड़ा हुआ पाते हैं. तभी तो पहला-पहला प्यार है व पहले प्यार का
पहला गम आदि गाना बजने पर हमारी यादें हमारे हृदय को कुरेदने लगती हैं.
वैसे प्यार तो प्यार होता है जो भावनाओं के सांचे में पनपता है. लेकिन अगर
बात पहले प्यार की हो तो इसका वर्णन करना थोड़ा असहज हो जाता है क्योंकि यह
हमारा पहला अनुभव होता है. इस समय हम मानसिक व शारीरिक परिपक्वता की दहलीज
पर खड़े हो कर अच्छे व बुरे का निर्णय नहीं ले पाते.
1.आप immature होते हैं और अपने रिश्ते के बीच के अट्रैक्शन को समझ नहीं पाते.
2.आप प्यार में इस कदर डूब जाते हैं कि इसके सिवा कुछ नजर ही नहीं आता और प्यार को ही आप सब कुछ समझ बैठते हैं.
3.अभी तक तो आपकी पसंद-नापसंद एक थी, लेकिन कुछ समय बाद ये बदल जाती है.
4.कुछ वक्त प्यार में डूबने के बाद जब आप देश-दुनिया देखते हैं तो आपको इस बात का एहसास होने लगता है कि प्यार ही सब कुछ नहीं होता.
5.छोटी-छोटी बातें आपके झगड़े का कारण बनती हैं और आपके बीच दूरियां आनी शुरू हो जाती हैं.
6.प्यार में सारी हदें पार करने के बाद आपका आकर्षण कम होने लगता है और आपको ये लगता है कि क्या यही प्यार है.
7.पहले प्यार के समय आप शारीरिक, मानसिक, व आर्थिक रूप से इतने सक्षम नही होते हैं और आप जल्दबाजी में गलत कदम उठा लेते हैं.
8.आप relation में होने के बावजूद अपने साथी से अपनी बातें छिपाने लगते है.
9.यह भी एक कारण हो सकता है कि आप अपने रिश्ते को लेकर कुछ ज्यादा ही सोचते हैं या आपको इससे कोई फर्क ही नहीं पड़ता.
10.रिश्ते में होने वाले सारे उतार चढ़ाव के बाद अब आपको लगता है कि हम जैसे सिंगल थे वैसे ही मस्त थे.
10 कारण जो बताते हैं कि आपका पहला-पहला प्यार परफेक्ट क्यों नहीं होता
Reviewed by
akbar khan
on
May 30, 2015
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