आपकी उपलब्धियां, आपकी सफलता और आपकी सोच
"आप जीवन में वो सब कुछ पा सकते हैं जो आप चाहते हैं."
-संकलितमेरे एक मित्र हैं श्री दिनेश कुमार जैन जी. उन्हें मित्र न कहकर बड़े भाई कहा जाए तो ज्यादा सही होगा क्योंकि वो मुझसे उम्र में भी बड़े हैं और सीनियर हैं. कभी कभार उनसे मुलाकात होती रहती है और उन मुलाकातों में ही उनसे ढेर सारी बातें भी हो जाती हैं. आज उनसे हुई कुछ बातों का सारांश इस पोस्ट में लिख रहा हूँ.
हमने अक्सर achievements (उपलब्धियां) और deserveness (पात्रता) के
कई खूबसूरत उद्धरण और सुविचार सुने और पढ़े हैं जो हमें बहुत ज्यादा आकर्षित
और प्रभावित करते हैं. जैसे:
You can achieve anything with a powerful mind.You can achieve when you believe.
You can achieve anything.
Friends, life में success, achievements, जीत और उम्मीदें किसे अच्छी नहीं
लगतीं? जाहिर सी बात है ये सब चीजें सबको बहुत पसंद हैं और हम में से सब
अपने जीवन में ये सब हासिल करना चाहते हैं. यहाँ पर जो बात की जा रही है वो
ये है कि क्या life में achieve करने वाला ही success और winner माना जाता
है और कुछ लोग पात्रता (deserveness) होते हुए भी कई चीजों को हासिल नहीं
करते या हासिल नहीं कर पाते क्या हम उन्हें असफल (Failure) या हारे हुए
(Looser) मानेंगे?
श्री दिनेश जी के ही शब्दों में "इसमें कई मोटी बातें हैं."
ये जरुरी नहीं कि कुछ हासिल न करने वाला failure होता है.Friends, life में हर इंसान के कुछ motivations, कुछ आदर्श, कुछ सपने और कुछ सोच होती है और उन्हीं के हिसाब से उसका व्यक्तित्व (personality) और जीवन स्तर बनता है.
कुछ बातें होती हैं जो इंसान की personality को दूसरों से अलग करतीं हैं और ये बातें या गुण ही उसकी समाज में दूसरों से अलग पहिचान बनाते हैं.
कुछ cases में
इंसान एक जगह असफल होते हुए दूसरी जगह सफल (success) रहता है और अपनी
सफलताएँ या उपलब्धियां उस इंसान को एक आत्मिक संतोष और आत्मबल देती हैं.
"You can
achieve anything what you want in life." (In Hindi "आप अपनी life में वो
सब कुछ पा सकते हैं जो आप चाहते हैं.") कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है.
शायद इसीलिए कुछ लोग बहुत सारी चीजों या बातों को नज़रंदाज़ करते रहते हैं.
अगर इंसान के प्रयासों में सच्ची लगन हो तो बहुत कुछ हासिल करना नामुमकिन
नहीं है लेकिन वो सब हासिल करने के बाद जो चीज खो जाएगी वो कितनी
महत्वपूर्ण है. इसी का जोड़-घटाना और गुणा- भाग ये decide करता है कि कुछ नई
चीज को हासिल करने के लिए सोचा जाये कि नहीं.
आदरणीय दिनेश जी
की ये बात बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि कुछ लोग निराशा, कुंठा और हताशा
में कई गलत कदम उठा लेते हैं और बाद में पछिताते हैं. ईश्वर ने मनुष्य को
अनगिनत शक्तियां, योग्यताएं दी हैं जिनके बल पर इंसान असंभव को भी संभव कर
सकता है परन्तु इन सब के साथ ही विवेक भी दिया है जो अच्छे-बुरे, सही-ग़लत,
लाभ-हानि का ज्ञान कराता है.
मनुष्य को अपने
लक्ष्य, पहिचान, उद्देश्य और सार को हमेशा याद रखना चाहिए. आप को वही
हासिल करना चाहिए जो आपके लिए जरुरी हो वरना दुनिया में तो बहुत कुछ है.
सारी चीजें और मंजिलें आपके लिए नहीं हैं. सब कुछ हासिल करने में तो आप
अपनी मंजिल से भटक जायेंगे.
सार ये है
कि हमें अपनी powers(शक्तियों) पर भरोसा करना चाहिए और achievements,
deserveness के सही अर्थ और सही परिप्रेक्ष्य को समझना जरुरी है.
आदरणीय दिनेश कुमार जैन जी के अमूल्य शब्दों के लिए उनका बहुत-बहुत धन्यवाद.
------------------------------------------