दिल की सुनें पर दिमाग से चुनें
पौष्टिक और हैल्दी भोजन का चुनाव करना थोडा सा मुश्किल जरुर है मगर असम्भव
नहीं। बस इसके लिए आपको अपनी थोड़ी सी समझदारी दिखने की आवश्यकता है। आइयें
जानते है कैसे आप अपने दिल की सुन कर और अपने दिमाग से चुन कर अपने आपको
फिट रख सकते है।
पिज़्ज़ा खाएं मगर स्मार्टली :
कभी कभार पिज़्ज़ा खाने में कोई बुराई नहीं है बस आपको थोडा सा स्मार्टली काम
करना होगा। ऐसे पिज़्ज़ा का चुनाव करें जिसमे चीज़ न के बराबर हो। साथ ही
ब्रेड क्रस्ट भी पतला है। ऐसा करने पर आप पिज़्ज़ा में टेस्ट तो पाएंगे ही
साथ ही कम से कम कैलोरी भी।
कोला को कहें बाय :
कोला और अन्य प्रकार के मीठे पेय पदार्थों जैसे कोल्ड ड्रिंक, शुगर युक्त
जूस आदि को न पियें। इनकी जगह पर आप फ्रेश जूस या फिर लाइम वाटर या कोई ऐसे
पेय का चुनाव करें जिसमे शुगर न हो। इसके अलावा यदि आपका दिल कुछ पिने का
मन कर रहा है तो आप ग्रीन टी या फिर आइस टी जैसे पेय पदार्थों को भी चुन
सकते है।
स्मार्ट विकल्पों को चुने :
जैसे यदि आपका मन कुछ बाहर का खाने का कर रहा है तो आप ऐसे विकल्पों को
चुने जिनमे कैलोरी और फैट कम से कम हो। जिसे यदि आप कुछ साउथ इंडियन
खाना चाहते है तो आप डोसा या वडा खाने की बजाय इडली या फिर उथपम का चुनाव
करें। इनमे डोसा और वडा कि तुलना में फैट और कैलोरी कम होगी और स्वाद भी।
एल्कोहल का सेवन न करें :
एल्कोहल से न सिर्फ शरीर को नुक्सान पहुचता है बल्कि इससे आपको सिर्फ
कैलोरीज मिलती है। अपने लिए आनंद में कुछ बदलाव लाएं। आप चाहे तो आप रेड
वाइन का सेवन कर सकते है इससे आपको आनंद भी मिलेगा और सेहत को लाभ भी।
ब्रेकफास्ट सही करें :
ब्रेकफास्ट में दिल से ब्रेड खाएं मगर वाइट ब्रेड नहीं बल्कि ब्राउन ब्रेड।
ब्राउन ब्रेड को खाने से आप अनचाहे रूप में मैदा खाने से बच जायेंगे।
लेबल अवश्य पढ़ें :
किसी भी पैक्ड चीज को खरीदने से पहले उसका लेबल ठीक से पढ़ ले। इस बात कि
पूरी जानकारी ले ले की किस खाद्य पदार्थ में कितनी कैलोरी, फैट, शुगर और
ट्रांसफैट है। निश्चिन्त होने के बाद ही सही का चुनाव करें।